भारत वर्ष में पूरे हर्षोल्लास से मनाया गया राष्ट्रमाता सावित्रीबाई फुले का जन्मदिन
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राष्ट्रमाता सावित्री बाई फुले जयंती पर हरिद्वार के गांव गांव में संविधान प्रबोधक ने किया जनसंपर्क और चर्चा।
दिनांक 3 जनवरी 2025 को हरिद्वार जिला के अंतर्गत विभिन्न गांव में संविधान प्रबोधक इंजीनियर ललित कुमार और उनके सहयोगी छात्र नेता अनुज गौतम (मूलनिवासी विद्यार्थी संघ), बामसेफ के वरिष्ठ कार्यकर्ता वैज्ञानिक दिगंबर सिंह ने लोगों से संपर्क और संवाद करते हुए अपने पुरखों के विचार और आंदोलन पर प्रमुखता से चर्चा की।
इस अवसर पर उपस्थित लोगों से आगामी 16 फरवरी को रुड़की में आयोजित महाजन महोत्सव कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की भी अपील की गई।
संविधान प्रबोधक ललित कुमार ने सभी संगठनों व विभिन्न गांव की जयंती समितियों को भी इस कार्यक्रम में सहभाग, नियंत्रण और निगरानी के लिए अपील की, साथ ही उनके पदाधिकारियों को आमंत्रित भी किया।
भारत की प्रथम शिक्षिका माता सावित्री बाई फुले जी जयंती सम्राट अशोक धम्म विजय महासंघ एवम् मूलनिवासी कर्मचारी कल्याण महासंघ रीवा के सयुक्त नेतृत्व में आयोजित हुई जिसकी शुरुआत मूल. कमलेश कबीर ने” संविधान की प्रस्तावना” के संकल्प से कराई । त्रिसरण पंचशील मूल. यदुनाथ बौद्ध ने कराया।भूमिका निर्माण के लिए मूल. रावेंद्र बौद्ध ने माता सावित्री बाई फुले जी के द्वारा प्रदाय सामाजिक न्याय के विचारों के कुछ बिंदुओ को वक्ताओं के समक्ष रख उन्हें आगे व्यापक चर्चा के लिए छोड़ दिया और फिर वक्ताओं चंदा कबीर, फूलकुमारी जी, बी.पी.सिंह जी, प्रो.राजमणि पटेल जी, वीरभद्र सिंह जी आदि के उद्वोधन का सिल सिला शुरू जारी रहा। अध्यक्षता बहन सावित्री वर्मा ने किया तथा अंत आभार गीता सिंह ने व्यक्त कर सभा की समाप्ति की माता सावित्री बाई फुले पुरुष्कार भी प्रदान किया गया। उपस्थित सभी ने मुंह मीठा कर अपने अपने घरों की ओर रवाना हुए।